दूधसागर जलप्रपात, गोवा
इसे प्रायः "भारत का नियाग्रा" कहा जाता है। अथिराप्पिल्ली बारिश के दौरान बहुत ज़्यादा उफान पर होता है। हरियाली के बीच पानी का यह विस्तृत पर्दा एक शानदार नज़ारा और सिनेमाई सुंदरता प्रदान करता है।
अथिराप्पिल्ली जलप्रपात, केरल
830 फीट की ऊंचाई से गिरता हुआ जोग झरना मानसून में एक बहुत ही शक्तिशाली झरना बन जाता है, खासकर जब शरावती नदी अपने पूरे उफान पर होती है। खंडित धाराएँ अक्सर एक नाटकीय गिरावट में विलीन हो जाती हैं।
भारत के नियाग्रा जलप्रपात के नाम से प्रसिद्ध चित्रकोट जलप्रपात मानसून के दौरान चौड़ा होकर इंद्रावती नदी पर घोड़े की नाल के आकार का झरना बनाता है। यह भव्य और प्रचंड दोनों है।
भागसू झरना, हिमाचल प्रदेश
मैकलोडगंज शहर के निकट, भागसू जलप्रपात मौसमी वर्षा के साथ और अधिक परिपूर्ण और जीवंत हो जाता है, तथा हिमालय की गोद में एक शांत तथा फोटोजेनिक अनुभव प्रदान करता है।
भारत का सबसे ऊंचा झरना नोहकलिकाई मानसून में अपनी सुंदरता के चरम पर पहुंच जाता है। 1,100 फीट की ऊंचाई से फ़िरोज़ी रंग के तालाब में गिरता यह झरना बादलों से घिरा हुआ है और घने जंगलों से घिरा हुआ है।
वायनाड में स्थित, पर्णपाती जंगलों से घिरा यह तीन-स्तरीय झरना मानसून के दौरान प्रचंड और मनोरम हो जाता है, जो ट्रैकिंग और प्रकृति फोटोग्राफी के लिए एकदम उपयुक्त है।